संत सूरदास योजना: दिव्यांग बच्चों के लिए हर महीने ₹1,000 सीधे बैंक खाते में — जानिए पूरी जानकारी!

Aadil Zaman
8 Min Read
Sant Surdas Scheme

Sant Surdas Scheme: किसी बच्चे को जब जन्म से या बचपन में विकलांगता का सामना करना पड़ता है तो उसका जीवन दूसरों से थोड़ा ज़्यादा कठिन होता है। साथ में अगर आर्थिक कमज़ोरियाँ भी हो तो यह कठिनाई और भी बढ़ जाती है। गुजरात सरकार ने ऐसे ही बच्चों के लिए संत सूरदास योजना की शुरुआत की है।

इस योजना की मदद से विकलांग बच्चों को हर महीने कुछ आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है ताकि उनकी परेशानियों को थोड़ा कम किया जा सके। यह आर्टिकल आपको संत सूरदास योजना के बारे में हर तरह की जानकारी देगा। इसलिए यह आर्टिकल को शुरआत से लेकर अंत तक पढ़ें।

Sant Surdas Scheme क्या है?

गुजरात सरकार द्वारा चलाई जा रही संत सूरदास योजना एक कल्याणकारी योजना है जो राज्य के विकलांग बच्चों के लिए समर्पित है। इस योजना के अंतर्गत 0 से 17 वर्ष की उम्र के ऐसे बच्चे जो 80% या उससे अधिक विकलांगता से ग्रस्त हैं, उन्हें हर महीने ₹1,000 की सहायता राशि प्रदान की जाती है।

नामSant Surdas Scheme
विभागसामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, गुजरात सरकार
लाभार्थी0 से 17 वर्ष के दिव्यांग बच्चे (80% या उससे अधिक विकलांगता)
सहायता राशि₹1,000 प्रति माह
आवेदन प्रक्रियाऑनलाइन
आधिकारिक वेबसाइटhttps://esamajkalyan.gujarat.gov.in/

इस सहायता राशि की मदद से वे अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा कर सकते हैं ताकि उन्हें किसी दूसरे पर निर्भर ना रहना पड़े। बता दें कि इस योजना का संचालन सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सामाजिक रक्षा निदेशक द्वारा किया जा रहा है।

संत सूरदास योजना का उद्देश्य

संत सूरदास योजना का सही उद्देश्य है विकलांग बच्चों को उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए वीटीय सहायता प्रदान करना। क्योंकि आमतौर पर गरीबी रेखा से नीचे जीवन बिता रहे परिवारों के के पास इतने संसाधन नहीं होते कि वे अपने विकलांग बच्चों की देखभाल, शिक्षा या स्वास्थ्य संबंधी ज़रूरतें पूरी कर सकें।

इसी वजह से इस योजना के द्वारा पात्र बच्चों को हर महीने ₹1,000 की सीधी वित्तीय मदद उनके बैंक खाते में डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के जरिए दी जाती है। देखा जाए तो यह योजना केवल वित्तीय सहायता ही नहीं देती बल्कि विकलांग बच्चों को समाज में समान अवसर और सम्मान का अहसास भी दिलाती है।

संत सूरदास योजना के लिए पात्रता मानदंड

Sant Surdas Scheme का लाभ लेने के लिए यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि बच्चा इस योजना के लिए पात्र है भी या नहीं। गुजरात सरकार द्वारा इसके लिए विभिन्न पात्रता मानदंड शर्तें तय की गई हैं, जिनके बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी यह रही:

  • आवेदक गुजरात राज्य का मूल निवासी होना चाहिए।
  • बच्चे की उम्र 0 से 17 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
  • बच्चे के परिवार का नाम बीपीएल (Below Poverty Line) सूची में होना चाहिए और बीपीएल स्कोर 20 या उससे कम होना चाहिए।
  • पात्र बच्चे को 80% या उससे अधिक विकलांगता होनी चाहिए या कृत्रिम अंगों की मदद से भी स्वतंत्र रूप से चलने में असमर्थ होना चाहिए।
  • राज्य सरकार द्वारा जारी विकलांगता पहचान पत्र या प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है।
  • जब बच्चा 18 वर्ष की आयु पूरी कर लेगा तो उसे इस योजना के द्वारा सहायता मिलनी बंद हो जाएगी।

संत सूरदास योजना के लिए जरूरी दस्तावेज़

आपने इस योजने के पात्रता मानदंड तो जान लिये हैं लेकिन यह पात्रता मानदंड साबित होंगे कुछ दस्तावेज़ों के द्वारा। यानिकि संत सूरदास योजना के लिए आवेदन करते वक़्त कुछ जरूरी दस्तावेज़ आपको जमा करने होंगे। आईए जानते हैं कि यह दस्तावेज़ कौन कौनसे होंगे:

  • आवेदक का आधार कार्ड
  • जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
  • जिला सिविल सर्जन द्वारा जारी विकलांगता पहचान पत्र या प्रमाण पत्र, जिसमें विकलांगता का प्रतिशत स्पष्ट हो
  • जन्म प्रमाण पत्र, स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट या मेडिकल सर्टिफिकेट (आयु प्रमाण के लिए)
  • बीपीएल प्रमाण पत्र, जिसमें बीपीएल सूची में नाम और स्कोर का उल्लेख हो
  • निवास प्रमाण पत्र
  • बैंक पासबुक
  • पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
  • अन्य कोई दस्तावेज़, जो योजना के दिशा-निर्देशों में मांगे गए हों

Sant Surdas Scheme Apply करने का तरीका

इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको सही तरीके से आवेदन करना ज़रूरी है। गुजरात सरकार ने इसके लिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा भी दी है ताकि हर जरूरतमंद परिवार इस योजना का लाभ घर बैठे ही ले सके। इसके लिए नीचे बताए गए स्टेप्स को ध्यान से फॉलो करें:

  1. आपने सबसे पहले तो ई-समाज कल्याण पोर्टल पर चले जाना है।
  1. इसके सिटीजन लॉगिन के सेक्शन में जाकर “Register Yourself” पर क्लिक करें।
  2. रजिस्ट्रेशन के बाद यूज़र आईडी और पासवर्ड से लॉगिन करें।
  3. इसके बाद यूज़र प्रोफाइल के सेक्शन में जाएं और सभी अनिवार्य जानकारी भरने के बाद अपडेट के बटन पर क्लिक करें।
  4. जब प्रोफाइल अपडेट हो जाएगी तो वापिस से होमपेज पर जाकर संत सूरदास योजना को चुनें और एप्लीकेशन फॉर्म खोलें।
  5. सभी जरूरी दस्तावेज़ों को अपलोड करें।
  6. शर्तों को स्वीकार करें और “सेव एप्लीकेशन” पर क्लिक करें।
  7. इस तरीके के साथ संत सूरदास योजना के लिए आपका आवेदन पूरा हो जाएगा।

Sant Surdas Scheme Application Status Check कैसे करें?

ऑनलाइन आवेदन करने के साथ साथ आप ई-समाज कल्याण पोर्टल पर ही अपने एप्लीकेशन स्टेटस को भी चेक कर सकते हो। इससे आपको आसानी से पता चल जाएगा कि आपका फॉर्म स्वीकार हुआ है या नहीं या फिर उसमें कोई कमी तो नहीं है। आईए जानते हैं कि यह एप्लीकेशन स्टेटस कैसे चेक कर सकते हैं:

  1. इस प्रक्रिया में आपका सबसे पहला काम है ई-समाज कल्याण पोर्टल को ओपन करना।
  2. पोर्टल के होमपेज पर Your Application Status के विकल्प पर क्लिक करें।
  1. आपके सामने एक नया पेज ओपन हो जाएगा। इस पेज पर अपना एप्लीकेशन नंबर और जनम तिथि को दर्ज करें।
  2. सारी जानकारी दर्ज करने के बाद Submit पर क्लिक करें।
  3. अगर आपने सही जानकारी दर्ज की है तो एप्लीकेशन स्टेटस आपकी स्क्रीन पर उपलब्ध हो जाएगा।

संत सूरदास योजना के लाभ एवं विशेषताएं

राज्य गुजरात के विकलांग बच्चों के लिए संत सूरदास योजना किसी वरदान से कम नहीं। आर्थिक सहायता के साथ साथ इस योजना की मदद से बच्चों के सम्मानजनक जीवन की राह भी आसान होती है। आईए इस योजना के प्रमुख लाभ और विशेषताएं जानते हैं:

  • इस योजना के अंतर्गत विकलांग बच्चों को हर महीने ₹1,000 की आर्थिक सहायता दी जाती है
  • सहायता राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के ज़रिये सीधे बैंक खाते में भेजी जाती है।
  • यह योजना में बीपीएल परिवारों को विशेष रूप से लक्षित किया जाता है।
  • लाभार्थी की उम्र 18 साल होते ही योजना की सहायता स्वतः समाप्त हो जाती है, जिससे सही उम्र वर्ग तक ही लाभ सीमित रहता है।
  • इसकी आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन है।
  • सहायता राशि के साथ बच्चों को जीवन में आगे बढ़ने का मौका मिलता है और उनके परिवारों पर आर्थिक बोझ कम होता है।
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