Mukhyamantri Amrutum Yojana: हर व्यक्ति चाहता है कि जब वो बीमार हो और अचानक उसपर कोई मुसीबत आए, तो उसे अच्छा ईलाज मिल सके। लेकिन आज के समय का महंगा ईलाज खर्च अक्सर अक्सर गरीब लोगों के लिए बोझ बन जाता है जिसकी वजह से कई लोग तो गंभीर बिमारियों का ईलाज भी नहीं करवा पाते।
इस परेशानी को समझते हुए गुजरात सरकार द्वारा मुख्यमंत्री अमृतम योजना की शुरुआत की गई है जिसकी मदद से गरीब और जरूरतमंद परिवारों को ₹5 लाख तक कैशलेस इलाज की सुविधा दी जाती है। तो आईए इस आर्टिकल में मुख्यमंत्री अमृतम योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं।
Mukhyamantri Amrutum Yojana क्या है?
मुख्यमंत्री अमृतम योजना को MA योजना भी कहा जाता है और इसकी शुरुआत 4 सितंबर 2012 को गुजरात सरकार द्वारा की गई थी। इस योजना के अंतर्गत आर्थिक रूप से कमज़ोर परिवारों को एक स्मार्ट हेल्थ कार्ड दिया जाता है जिसका इस्तेमाल करते हुए वे सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में ₹5 लाख तक का कैशलेस इलाज करवा सकते हैं।
पहले तो यह योजना केवल गरीब परिवारों तक ही सीमित थी, लेकिन धीरे-धीरे इस योजना का दायरा बढ़ाकर मध्यम वर्गीय परिवारों को भी इसमें शामिल किया गया। वर्तमान में जिन परिवारों की वार्षिक आय ₹4 लाख तक है, वे भी मुख्यमंत्री अमृतम योजना का लाभ ले सकते हैं।
मुख्यमंत्री अमृतम योजना का उद्देश्य
मुख्यमंत्री अमृतम योजना का सीधा उद्देश्य गुजरात राज्य के गरीब, कमजोर और मध्यम वर्गीय लोगों को गंभीर बीमारियों के इलाज में आर्थिक मदद देना है। इस योजना के द्व्रारा सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि कोई भी व्यक्ति सिर्फ पैसे की कमी के कारण इलाज से वंचित न रह जाए।
देखा जाए तो यह योजना केवल मुफ्त ईलाज तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इस योजना के द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र में सामाजिक न्याय और समानता को भी बढ़ावा दिया जाता है। क्योंकि जब लोग सुरक्षित रहेंगे तभी वे शिक्षा, रोजगार और विकास के अन्य क्षेत्रों में आगे बढ़ पाएँगे।
मुख्यमंत्री अमृतम योजना के लिए पात्रता मानदंड
अगर आप मुख्यमंत्री अमृतम योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो सबसे पहले तो आपको यह देखना होगा कि आप इस योजना के पात्र हैं भी या फिर नहीं। इसके लिए गुजरात सरकार द्वारा कुछ पात्रता मानदंड शर्तें तैयार की गई हैं, जिनके बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी यह रही:
- यह योजना केवल गुजरात राज्य के स्थायी निवासियों के लिए ही उपलब्ध है।
- आवेदन परिवार गरीबी रेखा (BPL) से नीचे जीवन यापन करने वाला होना चाहिए।
- जिन परिवारों का नाम जिला बीपीएल सूची या सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना सूची में है. वे इस योजना के लिए पात्र हैं।
- ऑटो रिक्शा और टैक्सी चालक एवं उनके परिवार भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं।
- मान्यता प्राप्त पत्रकार और उनके परिवारों को इस योजना का लाभ मिलेगा।
- फिक्स पगार पर काम करने वाले राज्य सरकार के कर्मचारी भी लाभ ले सकेंगे।
- अंत्योदय राशन कार्ड और एनएफएसए कार्ड धारक परिवार योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री अमृतम योजना के लिए जरूरी दस्तावेज़
पात्रता मानदंड के साथ साथ आपको इस योजना में आवेदन करते समय कुछ जरूरी दस्तावेज़ों की जरूरत होती है ताकि आपकी पहचान, आय और पात्रता को सही साबित किया जा सके। निम्न दी गई सूची में आप देख सकते हैं कि कौन कौनसे दस्तावेज़ इस योजना के लिए जरूरी हैं:
- परिवार की वार्षिक आय प्रमाण पत्र।
- आधार कार्ड (सभी परिवारजनों के)।
- राशन कार्ड या अंत्योदय कार्ड (यदि उपलब्ध हो)।
- मतदाता पहचान पत्र (Voter ID)।
- निर्माण श्रमिक या असंगठित श्रमिक का पंजीकरण प्रमाण पत्र (अगर लागू हो)।
- पत्रकार के लिए प्रेस कार्ड या मान्यता प्रमाण पत्र।
- ऑटो/टैक्सी चालक के लिए वाहन का रजिस्ट्रेशन और ड्राइविंग लाइसेंस।
- बैंक पासबुक की कॉपी (खाता विवरण के लिए)।
- पासपोर्ट साइज फोटो (हाल की)।
Mukhyamantri Amrutum Yojana के लिए आवेदन कैसे करें
मुख्यमंत्री अमृतम योजना के लिए आवेदन करने के लिए आपको एक तय प्रक्रिया को पूरा करना जरूरी है। यह आवेदन प्रक्रिया काफी सरल रखी गई है ताकि हर योग्य परिवार इस योजना का लाभ उठा सके। इसके लिए आप निम्न बताए गए स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं:
- आपको सबसे पहले तो अपने नजदीकी तालुका या जिला स्तर के स्वास्थ्य अधिकारी या नागरिक सुविधा केंद्र (CSC) पर जाना होगा।
- वहां पर अधिकारी से Mukhyamantri Amrutum Yojana का फॉर्म प्राप्त कीजिये।
- इस फॉर्म में मांगी गई सारी जानकारी को एकदम सही तरीके से दर्ज करें।
- फॉर्म के साथ सभी दस्तावेज़ों की सेल्फ-अटेस्टेड (स्वप्रमाणित) कॉपी संलग्न करें।
- इस फॉर्म को अब केंद्र में जमा करवा दें।
- अधिकारीयों द्वारा अब आपकी दी जानकारी की जांच-पड़ताल की जाएगी।
- इस जांच-पड़ताल के बाद अगर आप योग्य पाए जाते हैं तो आपके परिवार को योजना में शामिल किया जाएगा।
Mukhyamantri Amrutum Yojana Claim करने का तरीका
मुख्यमंत्री अमृतम योजना के आवेदन के बाद मरीजों के लिए इसकी क्लेम प्रक्रिया भी काफी आसान और सुविधाजनक रखी गई है। परंतु फिर भी सही तरीके से योजना का लाभ उठाने के लिए आपको क्लेम की प्रक्रिया को समझना जरूरी है। ऐसे में अब हम इस तरीके के बारे में अच्छे से समझेंगे:
- सबसे पहले किसी अधिकृत सरकारी या सूचीबद्ध निजी अस्पताल में इलाज के लिए पहुँचे।
- अब अपने अमृतम कार्ड या ‘माँ’ कार्ड को हेल्प डेस्क पर दिखाएँ।
- अस्पताल की टीम आपकी पात्रता की पुष्टि करेगी और और बीमा क्लेम प्रक्रिया की शुरुआत करेगी।
- जरूरी दस्तावेज़ और मेडिकल रिपोर्ट्स को अस्पताल द्वारा बीमा कंपनी को जमा किया जाता है।
- मरीज का इलाज पूरा होते ही अस्पताल बीमा कंपनी को बिल भेज देता है, जिससे मरीज को खुद भुगतान करने की जरूरत नहीं पड़ती।
मुख्यमंत्री अमृतम योजना के तहत कौन कौनसी बिमारियों को कवर किया जाएगा?
देखिए Mukhyamantri Amrutum Yojana जो है केवल सामान्य ईलाज तक ही सीमित नहीं है बल्कि इसमें इसमें अनेकों गंभीर और महंगे इलाजों के लिए भी वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है। निम्न कुछ प्रमुख बीमारियां बताई गई हैं, जिन्हें इस योजना के तहत कवर किया जाता है:
- दिल से जुड़ी सर्जरी और कार्डियक इंटरवेंशन (जैसे बायपास सर्जरी, वाल्व रिप्लेसमेंट)
- न्यूरो सर्जरी और ब्रेन से जुड़ी गंभीर बीमारियाँ
- किडनी ट्रांसप्लांट और डायलिसिस
- कैंसर का इलाज और कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी जैसी सेवाएँ
- नवजात शिशुओं से जुड़ी विशेष मेडिकल सेवाएँ
- अंग प्रत्यारोपण सर्जरी (लिवर, किडनी, हार्ट)
- बर्न्स (झुलसने) और प्लास्टिक सर्जरी
- हड्डियों की जटिल सर्जरी और ऑर्थोपेडिक इलाज
- हार्ट अटैक, स्ट्रोक और क्रिटिकल केयर यूनिट में भर्ती की जरूरत वाले केस
- विभिन्न प्रकार के संक्रमण और सेप्सिस का एडवांस इलाज
मुख्यमंत्री अमृतम योजना के लाभ एवं विशेषताएं
गुजरात सरकार द्वारा चलाई जा रही MA Yojana एक सराहनीय कदम है जो गरीब और निम्न मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को आसान बनाती है। तो चलो इस योजना के प्रमुख लाभ और विशेषताओं पर बारी बारी से एक नज़र डालते हैं:
- योग्य परिवारों को हर साल ₹5 लाख तक का मुफ्त इलाज कवर दिया जाता है।
- कार्ड होल्डर परिवारों के लिए कैशलेस इलाज की सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है।
- राज्य और पैन-इंडिया के सूचीबद्ध सरकारी व निजी अस्पतालों में इलाज करवाया जा सकता है।
- महंगे ऑपरेशन, सर्जरी, और क्रिटिकल केयर सेवाओं में भी कवरेज की जाती है।
- अस्पताल में भर्ती होने से लेकर दवा, जांच, और पोस्ट-हॉस्पिटल केयर तक पूरी सुविधा मिलेगी।
- योजना कार्ड में परिवार के सभी सदस्यों का नाम और विवरण शामिल किये जाते हैं।